राज्यपाल ने दी पर्यटन को आधुनीकीकरण से जोड़ने की सलाह
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
नैनीताल : उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के ढिकाला जोन का भ्रमण किया। सीटीआर को उन्होंने विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल की संज्ञा दी और कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने इस दौरान पर्यटन को आधुनीकीकरण से जोड़ने की सलाह दी।
गुरमीत सिंह ने कहा की वन एवं वन्य जीव उत्तराखंड की समृद्ध सम्पदा हैं, इन्हें बचाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि इस समृद्ध सम्पदा को सदैव जीवन्त रखने के हर संभव प्रयास किए जाएं। वन सम्पदा को बचाए रखने से प्राकृतिक एवं पर्यावरणीय संतुलन बना रहता है, जो उत्तराखंड के परिप्रेक्ष्य में बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाने पर भी विचार किया जाए।
सीटीआर में ड्रोन, रिमोटली कंट्रोल्ड कैमरा, सर्विलांस उपकरण, ऑल टैरेन व्हीकल (एटीवी) आदि की सुविधा में इजाफा किया जाए। इस दौरान उन्होंने सीटीआर के निदेशक नरेश कुमार से टाइगर रिजर्व की जानकारी प्राप्त की। कुमार ने बताया कि सीटीआर में 231 बाघ सहित 1226 हाथी हैं व यहां 600 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां हैं। उन्होंने टाइगर रिजर्व के संचालन व रख-रखाव के दौरान आ रही चुनौतियों, मानव संसाधन की कमी आदि की जानकारी दी।
राज्यपाल ने सीटीआर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए दुर्घटना बीमा, पेंशन, बच्चों की शिक्षा, परिवारों के लिए उचित व्यवस्था के समाधान का आश्वासन दिया। भ्रमण के दौरान प्रथम महिला गुरमीत कौर व सीटीआर के उपनिदेशक नीरज शर्मा भी उपस्थित थे।
(जी.एन.एस)